कोरबा में हाथियों की दहशत से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। हाथी अब तक चार लोगों की जान ले चुका है। कोरबा के कटघोरा वनमंडल में चार लोगों की जान लेने वाले दंतैल हाथी की निगरानी के लिए सूरजपुर से ट्रेकिंग विशेषज्ञों की टीम केंदई रेंज पहुंची। दल में एक महावत भी शामिल है, जो कुमकी हाथी की देखरेख करता है।
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कोरबा। कोरबा में हाथियों की दहशत से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। हाथी अब तक चार लोगों की जान ले चुका है। कोरबा के कटघोरा वनमंडल में चार लोगों की जान लेने वाले दंतैल हाथी की निगरानी के लिए सूरजपुर से ट्रेकिंग विशेषज्ञों की टीम केंदई रेंज पहुंची। दल में एक महावत भी शामिल है, जो कुमकी हाथी की देखरेख करता है।
48 की संख्या में तीन अलग-अलग स्थानों पर विचरण कर रहे हैं हाथी
टीम द्वारा उत्पाती हाथियों की देखरेख की जा रही है, जिसमें थर्मल ड्रोन कैमरे की मदद भी ली जा रही है। कोरबा के कटघोरा वन मंडल का केंदई रेंज इन दिनों हाथियों के मामले में हाट स्पाट बना हुआ है। यहां 48 की संख्या में हाथी तीन अलग-अलग स्थानों पर विचरण कर रहे हैं। हाथी खेतों में पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है। एक दल परला के जंगल में है, जिसमें हाथियों की संख्या 6 के लगभग बतायी जा रही है। जबकि दूसरे दल में 41 हाथी हैं जो कोरबी सर्किल के जंगल में घूम रहे हैं। वहीं खतरनाक लोनर हाथी लालपुर पहुंच गया है।
केंदई रेंज में मौजूद हाथियों ने शनिवार रात उत्पात मचाते हुए तीनों स्थानों पर फसलों को रौंद दिया है। इस बीच सूरजपुर क्षेत्र से ट्रेकिंग विशेषज्ञों के नेतृत्व में पांच सदस्यीय दल केंदई परिक्षेत्र पहुंचा है। जो लोनर हाथी की ट्रेकिंग कर उसके व्यवहार का अध्ययन भी कर रहा है। ड्रोन कैमरा भी लोनर के लोकेशन का लगातार फोटो भेज रहा है। ट्रेंकिग दल लोनर हाथी के गांव के पास पहुंचने पर तत्काल मौके पर पहुंचेगा और लोनर को खदेड़कर बस्ती में घुसने से रोकेगा ।
जानकारी के अनुसार ट्रैकिंग दल के साथ पहुंचे महावत लोनर के व्यवहार का अध्ययन करने के बाद यह तय करेंगे कि इसे नियंत्रित करने के लिए प्रशिक्षित कुमकी हाथी की आवश्यकता पड़ेगी अथवा नहीं। यदि उन्हें यह लगेगा की लोनर को झुंड में शामिल करने के लिए कुमकी हाथी की आवश्यकता है तो वे उसे लेकर यहां पहुंचेंगे और लोनर को नियंत्रित कर क्षेत्र में मौजूद हाथियों के दल में शामिल करेगें।
इस बीच कोरबा वन मंडल के पसरखेत रेंज में 9 हाथी मदनपुर के आस-पास घूम रहे हैं। जबकि बासिन में अचानक पहुंचे 10 हाथियों ने रात में उत्पात मचाने के बाद लबेद, गीतकुंवारी के रास्ते धरमजयंगढ़ का रुख कर लिया ।
वन विभाग जंगल के आसपास के गांवों में मुनादी भी करा रहा
हाथियों के इस दल ने जाने के पहले रास्ते में गीतकुंवारी में 6 किसानों की फसल को तहस-नहस कर दिया। वन विभाग जंगल से लगे गांव के आसपास ग्रामीणों को जंगल जाने से रोक रहे हैं और मुनादी की जा रही है। चार लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद लोनर हाथी को झुंड से मिलाने पहुंची विशेषज्ञों की टीम ड्रोन कैमरे से नजर रख रही है। वन विभाग जंगल के आसपास के गांवों में मुनादी भी करा रही है।