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उत्तराखंडः विश्व प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर का अस्तित्व खतरे में,  दरक रहा पहाड़

विश्व प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में स्थित है। मंदिर का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। कई सौ वर्ष पुराने मंदिर के टीले में दरार आ गई है। जो निरंतर बढ़ती जा रही है। गर्जिया मंदिर के टीले में आई दरारों को सालों बाद भी नहीं भरा गया है, न ही इसे लेकर अब तक कोई कदम उठाया गया है।

By Rakesh 

Updated Date

रामनगर। विश्व प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में स्थित है। मंदिर का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। कई सौ वर्ष पुराने मंदिर के टीले में दरार आ गई है। जो निरंतर बढ़ती जा रही है। गर्जिया मंदिर के टीले में आई दरारों को सालों बाद भी नहीं भरा गया है, न ही इसे लेकर अब तक कोई कदम उठाया गया है।

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बता दें कि गर्जिया माता मंदिर नैनीताल जिले के रामनगर में कोसी नदी के बीचो-बीच एक टीले (पहाड़ी नुमा) पर स्थित है। यह मंदिर कई सौ वर्ष पुराना है। मान्यता है कि यह मंदिर गिरिराज की पुत्री गिरजा देवी का है, जिन्हें मां पार्वती का स्वरूप माना जाता है।

स्कंद पुराण में भी है इस मंदिर का जिक्र 

इस मंदिर का जिक्र स्कंद पुराण में भी आता है। कई सौ वर्ष पूर्व यह मंदिर कोसी नदी में बह कर आया था और बाबा भैरवनाथ ने आह्वान किया था उनसे यहां ठहरने का, जिसके बाद यह मंदिर यहीं स्थापित हो गया। यहां के स्थानीय लोग इन्हें अपनी कुलदेवी भी मानते हैं। लेकिन आज इस मंदिर का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। मंदिर के टीले में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं और पहाड़ी को खतरा बढ़ता जा रहा है।

यह पहाड़ी कभी भी दरक कर गिर सकती है। मंदिर की सुरक्षा पर ध्यान न दिए जाने पर पुजारी जितेंद्र पांडे ने कहा कि कई नेताओं ने इसकी घोषणाएं की, मगर अभी तक धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी मंदिर के टीले में आई दरार पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार इसको लेकर चिंतित है। जल्द ही इसका कार्य शुरू होगा। जबकि सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जगत नारायण सिंह ने कहा कि गर्जिया मंदिर का टीला नाजुक प्वाइंट पर पहुंच चुका है।

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बजट आवंटित होते ही गर्जिया देवी मंदिर का होगा जीर्णोद्धार

उन्होंने बताया कि 2021 अक्टूबर माह में आई बाढ़ की वजह से टीले में काफी दरार आई है। जो ब्लॉक हमारे द्वारा पूर्व में बनाए गए थे, वह भी पूरी तरह डैमेज हो गए हैं। वर्तमान में इसके लिए एक योजना बनाई गई है। जिसमें वर्तमान दर के हिसाब से 9 करोड़ 23 लाख की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि बजट आवंटित होते ही गर्जिया देवी मंदिर का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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