मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सोन नदी के किनारे लगे मकर संक्रांति मेले में चाट और फुल्की खाकर 100 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए.इनमें बच्चे और महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा हैं.
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सीधी: सीधी जिले के सोन नदी के किनारे मकर संक्रांति के दिन लगे मेले में फुल्की चाट खाने से करीब 100 से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं. सभी उपचार के लिए रामपुर नैकिन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और चुरहट सामुदायिक केंद्र में भर्ती कराया गया है. कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
अचानक बेहोश होकर गिरने लगे लोग
जानकारी के मुताबिक, मामला सीधी जिले के रामपुर नैकिन की ग्राम पंचायत खेड़ा में सोन नदी के पास का है. यहां संक्रांति का मेला लगा हुआ है. शनिवार को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. अस्पताल में पहुंचे लोगों का कहना है कि सभी बीमारों ने मेले में चाट खाई थी. इसके कुछ देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. लोग यहां-वहां बेहोश होकर गिरने लगे. बीमारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रामपुर नैकिन ले जाया गया, वहां अस्पताल में जगह कम होने पर 20 लोगों को रेफर किया गया है.फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों की संख्या इतनी थी कि बेड तक नहीं उपलब्ध हो रहा था, कुछ मरीजों को चुरहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.बीमारों में महिला व बच्चों की संख्या ज्यादा है.
मरीजों की संख्या ज्यादा होने से कम पड़ गए बेड
बता दें कि फूड प्वाइजनिंग का शिकार लोग रामपुर नैकिन के आसपास गांव कुआं भितरी ममदर और झलवार के रहने वाले हैं. परिजनों उन्हें रामपुर नैकिन ले गए. अचानक इतनी ज्यादा संख्या में मरीज आने से अस्पताल में बेड भी कम पड़ गए.हालांकि फूड प्वाइजनिंग के शिकार लोगों के उपचार के लिए पर्याप्त स्टाफ भी नहीं थे ना ही कोई व्यवस्था थी. लोग ड्रिप हाथ में लेकर घूमते नजर आए.
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सीएम ने लिया मामले का संज्ञान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी के रामपुर नैकिन के भीतरी गांव में हुई फूड प्वाइजनिंग मामले का संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री ने फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित लोगों के समुचित इलाज और कुशलता के निर्देश कलेक्टर को दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पूरे मामले की मॉनिटरिंग की जा रही है.
कलेक्टर सहित जिले के बड़े अधिकारी रामपुर नैकिन अस्पताल पहुंच गए है और रामपुर नैकिन से इलाज संबंधित पूरी व्यवस्थाएं देख रहे है.