Fire Brigade News:मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल में फायर ब्रिगेड के बेड़े में एक अति आधुनिक गाड़ी मिली है,नई ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक क्रेन भोपाल फायर ब्रिगेड के बेड़े में शामिल हो गई है,इस क्रेन से करीब 18 मंजिल यानी 170 फीट ऊंचाई पर लगी आग को बुझाने के साथ उसमे फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सकता है,इस मशीन की कीमत 5 करोड़ बताया जा रहा है
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Bhopal News:मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल में फायर ब्रिगेड के बेड़े में एक अति आधुनिक गाड़ी मिली है,नई ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक क्रेन भोपाल फायर ब्रिगेड के बेड़े में शामिल हो गई है,इस क्रेन से करीब 18 मंजिल यानी 170 फीट ऊंचाई पर लगी आग को बुझाने के साथ उसमे फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सकता है,इस मशीन की कीमत 5 करोड़ बताया जा रहा है ,फिलहाल इस मशीन को चलाने के लिए ड्राइवर और स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है. यह मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे ऊंची हाइड्रोलिक मशीन है.
भोपाल नगर निगम ने ढाई साल पहले 52 मीटर ऊंची ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक को पांच करोड़ में खरीदने का आर्डर दिया था. करीब 2 महीने पहले यह हाइड्रोलिक क्रेन नगर निगम को मिल गई है.यह मध्यप्रदेश की दूसरी सबसे ऊंची हाइड्रोलिक मशीन है. पहली मशीन ग्वालियर में आ चुकी है. हालांकि ग्वालियर में अनट्रेंड ड्राइवर की वजह से यह क्रेन हादसे का शिकार हो गई थी और इसमें 2 लोगों की जान भी चली गई थी.अब शहर की ऐसी कोई हाई राइज बिल्डिंग नहीं है, जहां इसके जरिए रेस्क्यू का काम ना किया जा सके. अब हर जगह रेस्क्यू का काम करना संभव हो जाएगा. यह मशीन मेक इन इंडिया है और 360 डिग्री पर भी घूम सकती है. इस बड़ी उपलब्धि के कारण फायर ब्रिगेड की मजबूती बढ़ गई है. तकनीकी रूप से मजबूत होने के कारण बड़े हादसों से निपटने में आसानी होगी. हालांकि इसके संचालकों की ट्रेनिंग के बाद ही ये मशीन काम आने वाली है
अब भोपाल नगर निगम इस क्रेन को सड़क पर उतारने से पहले कंपनी के जरिए अपने ड्राइवर को ट्रेंड कर रहा है. इसके साथ ही परिवहन विभाग से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही क्रेन को सड़क पर निकाला जाएगा. फिलहाल इस क्रेन को पुलिस कमिश्नर कार्यालय के परिसर में रखा गया है, जहां पर ड्राइवर और इससे जुड़े स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है. वैसे भोपाल फायर ब्रिगेड के पास एक हाइड्रोलिक क्रेन पहले से मौजूद है. इसकी क्षमता करीब 21 मीटर तक है, लेकिन अब नई ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक क्रेन के आ जाने से इसकी क्षमता 52 मीटर हो गई है.