ई-संजीवनी केंद्र सरकार का एक प्रमुख टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म है। इसका लाभ उठाते हुए कोई भी भारतीय नागरिक फोन के जरिए फ्री में डॉक्टरी परामर्श ले सकता है।
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नई दिल्ली, 14 जनवरी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को दिल्ली में CGHS मुख्यालय में फ्री डॉक्टरी परामर्श सेवाएं देने वाली ‘ई- संजीवनी’ हब का दौरा किया और यहां प्रदान की जा रही सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने टेली कंसल्टेशन देने वाले डॉक्टरों के साथ बातचीत भी की।
‘ई- संजीवनी’ हब के दौरे के बाद डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोरोना काल में टेलीमेडिसिन सेवाएं बहुत उपयोगी साबित हुई हैं। इस ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल टेली कंसल्टेशन के लिए किया जाता है। लाखों लोग हर दिन डॉक्टरों की सलाह लेने के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं, विशेषज्ञों की सलाह के लिए किसी भी मरीज या बुजुर्गों को यात्रा करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके लिए लोग फोन पर ही विशेषज्ञों से बातचीत कर सलाह ले सकते हैं।
I urge people to make more use of these digital platforms during the #COVID19 pandemic which enables them to get immediate consultation from healthcare professionals in the comfort of their homes.
This is a revolutionary step in the healthcare sector of the country. pic.twitter.com/tjcTssfO19
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 14, 2022
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डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मैं लोगों से कोविड-19 महामारी के दौरान इन डिजिटल प्लेटफॉर्म का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने का आग्रह करता हूं जो उन्हें अपने घरों में आराम से स्वास्थ्य पेशेवरों से तुरंत परामर्श हासिल करने में सक्षम बनाता है। ये देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है।
क्या है ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म ?
ई-संजीवनी केंद्र सरकार का एक प्रमुख टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म है। इसका लाभ उठाते हुए कोई भी भारतीय नागरिक फोन के जरिए फ्री में डॉक्टरी परामर्श ले सकता है। कोरोना काल में डॉक्टरों की कोविड वार्ड में ड्यूटी लगने के बाद भी इस प्लेटफॉर्म से सेना के पूर्व डॉक्टर भी जुड़े हैं और मरीजों को मदद देने के लिए सामने आए हैं। ई-संजीवनी टेली मेडिसिन का लाभ उठाने के लिए संजीवनी ऐप को मोबाइल पर इस्टॉल करना होता है। इसमें 3 विकल्प दिए गए हैं जिसमें पहला मरीज का रजिस्ट्रेशन और टोकन, दूसरा मरीज का लॉग इन और तीसरा प्रिस्क्रिप्शन। इस तरह इसे एप के जरिए डॉक्टर से जुड़ सकते हैं।