कोलकाता: कोलकाता के धर्मतल्ला में आयोजित आईएसएफ के स्थापना दिवस के समारोह में उपस्थित आईएसएफ कर्मियों ने तृणमूल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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कोलकाता के दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में तृणमूल और आईएसएफ कर्मियों के बीच हिंसक झड़प की घटना सामने आई है. इस घटना के बाद कोलकाता के धर्मतल्ला में आयोजित आईएसएफ के स्थापना दिवस के समारोह में उपस्थित आईएसएफ कर्मियों ने तृणमूल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एकमात्र आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी को हिरासत में ले लिया गया, वहीं कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने शहर के मध्य में एक मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उनसे जवाहरलाल नेहरू रोड को खाली करने और यातायात की अनुमति देने का अनुरोध किया.
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
दुकानों से लेकर वाहनों में जमकर तोड़फोड़ भी की. घटना की खबर सुन मौके पर भारी संख्या मे पुलिस बल पहुंच गई और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. लगभग 500 की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी पीछे हट गए, लेकिन पास की गलियों से पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.बताया जा रहा है कि आईएसएफ कार्यकर्ता पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर भांगड़ से बाइक और पिकअप में सवार होकर कोलकाता के धर्मतल्ला जा रहे थे, तभी हतिशाला इलाके में तृणमूल के कई कर्मी रास्ते में जमा हो गए.
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने सड़क को खाली कराया और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, लेकिन कुछ देर तक पथराव की छिटपुट घटनाएं होती रहीं. दुकानों के शटर नीचे कर छिपे हुए राहगीर हाथ उठाकर बाहर निकले. सिद्दीकी ने अपनी नजरबंदी से पहले भांगर में पुलिस की ‘‘निष्क्रियता’’ और एस्प्लेनेड में ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर लोगों पर बलप्रयोग’’ की निंदा की.इलाके में बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए धर्मतल्ला से लेकर भांगड़ तक का पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.