उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, रुद्रप्रयाग में मौसम की पहली बर्फबारी हो चुकी है। इसके अलावा बारिश भी जारी है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Updated Date
Rudraprayag landslide: उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रकोप, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हुआ अचानक भूस्खलन जिससे हाइवे हुआ ब्लॉक। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में पिछले कुछ दिनों से खूब बारिश हो रही है। भारी बारिश के बाद गुरुवार को रूद्रप्रयाग में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) – 109 पर भीषण भूस्खनल हो गया जिसके बाद मार्ग ब्लॉक हो गया। अचानक हुए भूस्खलन के बाद वाहनों यहां जाम लग गया है और वाहनों की लंबी कतारों के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तरसाली गांव के पास पहाड़ी का एक पूरा हिस्सा सड़क के ऊपर से गिर गया जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
#WATCH | Uttarakhand: NH-109 in the Rudraprayag district blocked yesterday after a sudden landslide led to the roll down of debris near Tarsali Village
DM Mayur Dixit said, all travellers stopped at safe places. Once the debris is cleared, vehicular movement will be started. pic.twitter.com/tb4Sz61AsR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 22, 2022
बता दें कि भूस्खलन होने के बाद एनएच पर लंबा जाम लग गया जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। गनीमत कि बात ये रही कि इस लैंडस्लाइड में कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि मलबे के गिरने से पहले ही स्थानीय लोगों ने यात्रियों को वापस भेज दिया था। जिलाधिकारी (डीएम) मयूर दीक्षित ने एएनआई को बताया कि हाईवे खोलने का काम शुरू कर दिया गया है और यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही की जाएगी।डीएम दीक्षित ने कहा, ‘सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। राजमार्ग को खोलने का काम राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा किया जा रहा है। मलबा साफ होने के बाद यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही की जाएगी।’
वहीं दूसरी तरफ केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग, तिलवारा, अगस्त्यमुनि और गुप्तकाशी में रोका गया है। सोनप्रयाग से वापस आने वाले तीर्थयात्रियों को भी सोनप्रयाग, सीतापुर आदि सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। वहीं ऑल वेदर सड़क निर्माण के बाद से केदारनाथ हाईवे के एक दर्जन से अधिक स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। लगातार हो रही बारिश से स्थानीय लोगों की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। कई जगहों पर मलबे का ढेर लगा है जिससे यात्रा करने में दिक्कत आ रही है।