हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उपद्रवियों ने प्रशासन और पुलिस के साथ ही मीडियाकर्मियों पर भी हमला कर दिया। इस हमले में दो उपद्रवियों की मौत हो गई है। जबकि 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हैं। हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा बंद है। इस घटना के बाद पूरे राज्य में पुलिस अलर्ट पर है।
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हल्द्वानी। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में गुरुवार शाम उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उपद्रवियों ने प्रशासन और पुलिस के साथ ही मीडियाकर्मियों पर भी हमला कर दिया। इस हमले में दो उपद्रवियों की मौत हो गई है। जबकि 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हैं। हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा बंद है। इस घटना के बाद पूरे राज्य में पुलिस अलर्ट पर है।
गुरुवार शाम को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल हो गया। जिसके बाद प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को मलिक के बगीचे में अवैध कब्जे तोड़ने गई नगर निगम और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया।
इसमें रामनगर कोतवाल समेत 50 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने नगर निगम की जेसीबी तोड़ दी और पुलिस जीप, ट्रैक्टर समेत कई वाहनों में आग लगा दी। जिसके बाद प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए। एक को गोली लगने की सूचना है।
मलिक के बगीचे के चारों ओर से पथराव में फंस गई थी पुलिस
प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। मलिक के बगीचे के चारों ओर से पथराव में फंसने के बाद किसी तरह पुलिस फोर्स यहां से निकलकर मुख्य सड़क पर पहुंच सकी। मगर यहां भी बनभूलपुरा थाने को आग के हवाले कर दिया गया था। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस टीम ने 350 राउंड से अधिक बार फायरिंग की।
बनभूलपुरा में अतिक्रमण तोड़ने गई टीम पर घरों की छतों से किया गया पथराव
मलिक के बगीचे में बड़ी संख्या में लोग विरोध कर रहे थे। थोड़ी देर में छतों से पथराव शुरू हो गया। फोर्स भागने लगी। उपद्रवियों ने दो-तीन पुलिस वालों को पकड़ लिया। लाठी-डंडे से पीटने लगे। पत्थरों से मारने लगे। भीड़ मारो-मारो चिल्ला रही थी। बनभूलपुरा में अतिक्रमण तोड़ने गई टीम पर घरों की छतों से पथराव किया गया। जिसके बाद पुलिस ने पत्थरबाजों को पकड़ने के लिए उन घरों का रुख किया जहां से पत्थर फेंके जा रहे थे।
नगर निगम कर्मचारियों की मदद से उन घरों के दरवाजों को घन से तोड़ा गया और पुलिसकर्मी घरों में घुसे। जिसके बाद पत्थरबाजों को पकड़कर पुलिस ले जाने लगी, लेकिन उपद्रवी उन्हें भी छुड़ा ले गए। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी थी। चूक कहां हुई इसका पता किया जा रहा है। बाहर से अन्य फोर्स हल्द्वानी मंगाई गई है। इसे बनभूलपुरा क्षेत्र के विभिन्न तिराहों, चौराहों और गलियों में तैनात किया गया है।
क्षेत्र में लगा कर्फ्यू, फोर्स को गोली मारने के आदेश
कर्फ्यू लगा दिया गया है। फोर्स को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। जबकि जिलाधिकारी वंदना का कहना है हमारी तैयारी पूरी थी, कोई कमी नहीं थी, पर जिस तरह से टीम पर हमला हुआ है उससे लगता है कि यह सुनियोजित और योजनाबद्ध हमला था, जिसकी तैयारी पहले से थी। पेट्रोल बम, पथराव करने से लेकर गोली चलाई गई। इसकी उम्मीद नहीं थी।
मिली जानकारी के अनुसार, हल्द्वानी में हिंसा के दौरान दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं, पुलिसकर्मी और निगम कर्मी समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हिंसा के दौरान 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हुए हैं। इस दौरान पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। बनभूलपुरा में बवाल के कारण दिल्ली जाने वाली बसों को भी रोकना पड़ा।
सुरक्षा के लिहाज से हल्द्वानी में इंटरनेट सेवा बंद
हल्द्वानी बस अड्डे को खाली करवा दिया गया। हल्द्वानी में हिंसा भड़कने के बाद सुरक्षा के लिहाज से पूरे क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण वाली जगह के चारों ओर बस्ती है। यहां दो से तीन मंजिला मकान बने हैं, जिनकी गिनती हजारों में है। पुलिस-प्रशासन टीम पर सामने से उपद्रवियों के पथराव करते ही छतों से पत्थरों की बारिश होने लगी।
प्रशासन के पूर्व में तोड़े गए अतिक्रमण का मलबा लोगों ने छतों पर इकट्ठा कर लिया था। तंग गलियों के बीच से गुजर रहे पुलिस और प्रशासन के लोगों पर छतों से गोली की रफ्तार से पत्थरों की बारिश का जवाब किसी के पास नहीं था। गली में मौजूद लोगों को छिपने के लिए न जगह मिल रही थी न किसी घर की छत पर जाने का रास्ता।