बीजेपी नेताओं ने कहा कि आदिवासी बेटी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, सोनिया-राहुल गांधी माफी मांगों के नारे लगाए गए।
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रांची, 29 जुलाई। झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ है। आज सत्र के पहले दिन ही प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने विधानसभा के बाहर जोरदार हंगामा और नारेबाजी की। बीजेपी विधायकों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी नेताओं ने कहा कि आदिवासी बेटी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, सोनिया-राहुल गांधी माफी मांगों के नारे लगाए गए।
महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के खिलाफ कांग्रेस नेता के द्वारा किये गए अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में आज विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने धरना प्रदर्शन किया. pic.twitter.com/zQgUlp9O6Q
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) July 29, 2022
वहीं बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि एक आदिवासी गरीब महिला पहली बार देश की राष्ट्रपति बनी हैं। गांधी परिवार के परिवारवाद को इससे बहुत बड़ा खतरा दिखाई दे रहा है। राजनाथ जी ने राजीव गांधी ट्रस्ट पर 2012 में कोई छोटी सी बात कही थी। उस पर इन लोगों ने उन्हें 10 नोटिस भेज दिए थे। आज वो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए इतनी घटिया बात करके माफी मांगने के बजाय लड़ाई पर उतारू हैं। ये लोग आदिवासी महिला को इस पद पर देखना नहीं चाहते हैं। ऐसे ही प्रधानमंत्री जी छोटे परिवार से आते हैं चाय बेचते थे उसको ये पचा नहीं पा रहे हैं।
सोनिया गांधी जी आपकी पार्टी ने केवल आपके परिवार के ट्रस्ट के बारे में 2012 में बोलने के कारण उस वक़्त के @BJP4India के अध्यक्ष व आज देश के रक्षा मंत्री @rajnathsingh को संसद की privilege कमिटि में बुलाने का 10 नोटिस दिया,यही @INCIndia का लोकतंत्र है तथा संसद का दुरुपयोग का इतिहास
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 29, 2022
उधर बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि एक गरीब आदिवासी महिला का देश के सर्वोच्च पद पर बैठना कांग्रेस पार्टी को रास नहीं आ रहा है। कांग्रेस पार्टी कभी भी गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़ों को देश की मुख्यधारा से जुड़ते हुए नहीं देख सकती। ये कांग्रेस की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। विधायक अपर्णा सेन गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में महिला का मतलब सिर्फ सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ही है। किसी आदिवासी या दलित महिला को आगे बढ़ते कांग्रेस पार्टी नहीं देख सकती। उन्होंने कहा कि जबतक सोनिया गांधी अपने संसदीय दल के नेता के बयान पर देश से माफी नहीं मांगती तबतक हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।