संयुक्त पंचायती कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर जिले भर से हजारों की संख्या में ट्यूबवेल ऑपरेटर, सफाई कर्मी व ग्रामीण चौकीदारों ने बुधवार को लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी पर इकठ्ठा होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
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यमुनानगर। संयुक्त पंचायती कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर जिले भर से हजारों की संख्या में ट्यूबवेल ऑपरेटर, सफाई कर्मी व ग्रामीण चौकीदारों ने बुधवार को लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी पर इकठ्ठा होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष जसबीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार के दिए गए आदेशों में गांव के सरपंचों को सभी ग्रामीण कर्मियों की हाजिरी लगाने के आदेश दिए गए हैं। जिससे ग्रामीण वर्ग के सभी कर्मियों में भारी रोष है। हम सभी संगठन इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सरपंचों के द्वारा हाजिरी लगवाने से राजनीतिक द्वेषपूर्ण भावना से पक्षपात व्यवहार करने का अंदेशा रहता है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक कारणों से सरपंच कर्मियों का शोषण करते हैं। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि इस व्यवस्था से प्रतिदिन सरपंचों से वाद-विवाद रहेगा। सरपंच प्रतिदिन मनमाने ढंग से हाजिरी लगाएंगे और अपने निजी कार्यों के लिए दबाव बनाएंगे। जिससे गांव में राजनीतिक रंजिश उत्पन्न होगी।
सभी संगठनों ने इस आदेश को रद्द करने, सभी कर्मचारियों की हाजिरी सरकारी अधिकारियों द्वारा लगवाने तथा कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खाते में खंड विभाग के राजस्व ट्रेजरी के माध्यम से देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी पहले वाली व्यवस्था को ही फिर से जारी रखा जाए और इस आदेश को सरकार वापस ले।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने इन आदेशों को वापस नहीं लिया तो मजबूरन हम हरियाणा के सभी पंचायतों के कर्मी मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे और करनाल व चंडीगढ़ में आंदोलन करेंगे। इस मौके पर जगाधरी, प्रतापनगर, सढौरा, बिलासपुर, छछरौली, सरस्वतीनगर, रादौर से बड़ी संख्या में ग्रामीण संगठनों के कर्मी शामिल रहें।