Booking.com

राज्य

  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Presidential Election 2022 : अखिलेश यादव पर भारी पड़ी CM योगी की डिनर डिप्लोमेसी

Presidential Election 2022 : अखिलेश यादव पर भारी पड़ी CM योगी की डिनर डिप्लोमेसी

शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मैंने बहुत पहले कहा था जहां हमें बुलाया जाएगा, जो हमसे वोट मांगेगा, हम उसे वोट देंगे।

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

लखनऊ, 09 जुलाई। यूं ही नहीं कहा गया है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। देश में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में उत्तर प्रदेश से भविष्य के लिए सियासी संदेश निकला है। 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के एक मंच पर आने के सपने अभी से ही धराशायी होते दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘डिनर डिप्लोसी’ विपक्ष पर खूब भारी पड़ती दिखाई दी है। योगी द्वारा बिछाई गई सियासी बिसात से विपक्षी कुनबे की जड़े हिल गई हैं।

पढ़ें :- जयंती पर नमनः लखनऊ में हंगामें के बीच अखिलेश यादव ने गेट फांदकर जेपी को दी श्रद्धांजलि

पढ़ें :- अगस्त क्रांति पर सियासी क्रांति, सपा - बीजेपी में जारी सियासी युद्ध

राष्ट्रपति पद की NDA उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू शुक्रवार को लखनऊ आईं थीं। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की ओर से लोकभवन में उनके लिए स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस स्वागत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने द्रोपदी मुर्मू के सामाजिक राजनीतिक योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विपक्ष शांत है। वो भी मुर्म के नाम पर विरोध नहीं कर पा रहा है। यही नहीं विपक्ष के कई दलों ने समर्थन का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश में भी दलीय सीमाएं टूटती नजर आ रही हैं।

https://mobile.twitter.com/BJP4UP/status/1545406408786874368

बतादें कि लखनऊ के लोकभवन में स्वागत समारोह के कुछ ही देर बाद मुख्यमंत्री आवास पर द्रोपदी मुर्मू के सम्मान में भोज आयोजित किया गया। 5 कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास पर वो दलीय सीमाएं टूटती हुईं दिखाई दीं, जिसे मुख्यमंत्री ने लोकभवन में इशारा किया था। बीजेपी, अपना दल एस, निषाद पार्टी के नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चाचा और प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी पहुंचे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर और जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया भी इस डिरन डिप्लोमेसी का हिस्सा बने। योगी की डिनर डिप्लोमेसी ने अखिलेश यादव की सियासी परेशानी बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी खेमे में टूट ने अखिलेश की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि ओम प्रकाश राजभर के सीएम आवास पर आयोजित भोज में शामिल होने की बात से उनके बेटे अरविंद राजभर मना कर रहे हैं। अरविंद ने कहा कि पिता जी(ओपी राजभर) उस कार्यकम में मौजूद नहीं थे।

सपा पर बरसे शिवपाल यादव

वहीं शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मैंने बहुत पहले कहा था जहां हमें बुलाया जाएगा, जो हमसे वोट मांगेगा, हम उसे वोट देंगे। इससे पहले भी राष्ट्रपति के चुनाव हुए थे तो न तो हमें समाजवादी पार्टी ने बुलाया और न ही वोट मांगा। उस समय रामनाथ कोविंद ने वोट मांगा तो हमने दिया। मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुलाये तो मैं वहां गया। द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात हुई।

पढ़ें :- Politics on Saras: सारस पर सियासत!... ट्रेन से टकराकर सारस जख्मी, अस्पताल में कराया भर्ती

प्रसपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मिला। उन्होंने मुझसे अच्छे तरीके से बात की। हमें समाजवादी पार्टी की तरफ कभी भी किसी मीटिंग में नहीं बुलाया गया। परसों भी यशवंत सिन्हा यहां थे, लेकिन नहीं बुलाया गया। अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीतिक परिपक्वता की कमी होने के कारण ये सब होता चला जा रहा है। पार्टी कमजोर हो रही है, लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। जब मैंने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा और जीता तो हमसे भी राय लेनी चाहिए। अगर मेरा सुझाव नहीं माना गया। अगर उन 100 प्रत्याशियों को टिकट दिया गया होता जिनका सुझाव हमने एक साल पहले दिया था, तो आज समाजवादी पार्टी की स्थिति कुछ और होती।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook, YouTube और Twitter पर फॉलो करे...
Booking.com
Booking.com
Booking.com
Booking.com