सीकर लोकसभा सीट की बात करें तो सीकर के लोगों ने देश के कई सर्वोच्च पदों पर आसीन होकर भी सीकर का मान बढ़ाया है. देश की रक्षा व सेवा के लिए अनेक वीर सपूत दिए हैं, तो वहीं राजनीति में भी उपराष्ट्रपति, उप प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्रियों जैसे पदों पर यहां से जीत कर गए जनप्रतिनिधि आसीन हुए हैं.
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सीकर लोकसभा सीट
सीकर लोकसभा सीट लंबे समय से जाट बाहुल्य सीट मानी जाती है. सीकर लोकसभा सीट पर 1952 से लेकर अब तक हुए चुनाव की बात करें तो जाट नेताओं का ज्यादा दबदबा रहा है. वहीं, अधिकतर चुनाव में भाजपा ने सीकर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करते हुए अपना कब्जा जमाया है. वर्तमान में सीकर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती सांसद के रूप में लोकसभा में सीकर का प्रतिनिधित्व कर रहे है. जो सीकर से लगातार दो बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. वहीं तीसरी बार भी पार्टी ने उन्हीं पर दांव खेला है. सीकर लोकसभा सीट पर 1952 से लेकर अब तक हुए चुनाव में भाजपा का दबदबा रहा है. बात करें पिछले 10 लोकसभा चुनाव की तो भाजपा ने पांच बार जीत दर्ज की है, तो वहीं एक बार भाजपा समर्थित जनता दल और चार बार कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं. पिछले दो लोकसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार जीत दर्ज कर अपना परचम लहराया है.
वहीं इस सीट को लेकर जनता का ये सवाल है कि जहां से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा खुद आते हैं, उसी सीट पर कांग्रेस को आखिर गठबंधन क्यों करना पड़ा. आपको बता दे सीकर सीट पर कांग्रेस ने सीपीएम प्रत्याशी अमराराम को समर्थन दिया है. दोनों प्रत्याशियों की बात करे तो भाजपा और कांग्रेस गठबंधन ने सामाजिक समीकरणों को भी साधने का प्रयास किया है.
इंडिया गठबंधन से प्रत्याशी अमराराम सातवीं बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. पिछले 6 लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अमराराम, धोद और दांतारामगढ़ से विधायक भी रह चुके हैं. सीकर समेत राज्य की 12 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हो चुका है. जिसमें की 57.53 फीसदी मतदाताओं ने सीकर लोकसभा सीट पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. सीकर लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र है. जिनमें लक्ष्मणगढ़, धोद, सीकर, दातारामगढ़, खंडेला, नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर व चौमू है. आठों विधानसभा में कुल 22 लाख 10 हजार 641 मतदाता है. सीकर लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा जाट मतदाताओं की संख्या है. इसके बाद दूसरे नंबर पर एससी-एसटी, तीसरे नंबर पर मुस्लिम, चौथे नंबर पर राजपूत मतदाताओं की संख्या यहां अधिक है.
सीकर लोकसभा क्षेत्र की जनता ने किस प्रत्याशी पर अपना विश्वास जताया है ये तो अब 4 जून को ही पता चल पाएगा.