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क्यों होता है पीठ में दर्द? जानिए पीठ दर्द से जुड़ी कुछ बातें, पढ़ें

हम सभी ने जीवन में किसी ना किसी दर्द को महसूस किया ही होगा। कुछ दर्द ऐेसे होते हैं जिनसे हमें ज़्यादा परेशानी नहीं होती। वहीं कुछ प्रकार के दर्द हमारे दिनचर्या के कामों में बाधा बन जाते हैं।

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

हम सभी ने जीवन में किसी ना किसी दर्द को महसूस किया ही होगा। कुछ दर्द ऐेसे होते हैं जिनसे हमें ज़्यादा परेशानी नहीं होती। वहीं कुछ प्रकार के दर्द हमारे दिनचर्या के कामों में बाधा बन जाते हैं। और कई ऐसे दर्द भी हैं जो हमारे लिए एक बड़ी समस्या खड़ी कर देते हैं और हमें डॉक्टर की सहायता लेनी पड़ती है। आज मेवाड़ हॉस्पीटल की टीम बात करने जा रही है एक ऐसे सामान्य दर्द की जिसके प्रभाव से हममें से कई लोग परिचित हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं पीठ दर्द की।

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रीढ़ की हड्डी, जिसे बैकबॉन (backbone) या स्पाइनल कॉलम (spinal column) भी कहा जाता है, हमारे शरीर के सबसे मज़बूत भागों में गिनी जाती है। यह 24 हड्डियों से बनी होती है जिसे वर्टिब्रा (vertebrae) कहा जाता है जो एक दूसरे के ऊपर होती हैं। इनके बीच में डिस्क और इर्द-गिर्द लिगामेन्ट्स और मांसपेशियां मौजूद होती हैं।

एक सुखद जीवन जीने के लिए रीढ़ की हड्डी का स्वास्थ्य सही रहना बेहद ज़रूरी है। इसका दर्द कभी-कभी इतना प्रभावी बन जाता है कि व्यक्ति को सर्जरी तक करवानी पड़ जाती है। हालांकि ऐसा कुछ ही मौकों पर होता है लेकिन फिर भी हमें पीठ के मामले में सतर्कता बरतनी चाहिए। पीठ दर्द विभिन्न आयु-वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। कुछ परिस्थतियों के कारण मुख्य रूप से ज़्यादा उम्र वाले लोगों में यह समस्या आमतौर पर देखने को मिलती है। दर्द का प्रभाव ऊपरी भाग (upper back pain) तथा निचले हिस्से (lower back pain) में मुख्य रूप से देखने को मिलता है।

कुछ लोगों को इस तरह की समस्या एक या दो दिन के लिए होती है जो अपनेआप या घरेलु नुस्खों के माध्यम से ठीक हो जाती है। कई लोगों को इस तरह की परेशानी कुछ हफ्तों तक भी हो सकती है जिसमें दर्द का प्रभाव अचानक से महसूस होता है। यदि आप भी पीठ में दर्द से परेशान हैं जो कि तीन दिन बाद भी ठीक नहीं हो रहा है, तो ज़रूरत है कि आप डॉक्टर से सलाह लें। बेहतर सहायता के लिए मेवाड़ हॉस्पीटल के कुशल डॉक्टर्स से संपर्क करें।

इस प्रकार का दर्द पीठ के किसी भी हिस्से में हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी कूल्हों और पैरों तक भी जा सकता है। मांसपेशियों में दर्द होना भी पीठ दर्द के लक्षणों में से एक है। बिना किसी वजह के शरीर का वज़न गिरना भी पीठ दर्द का प्रमुख लक्षण माना जाता है। इसके अलावा इस परिस्थति में बुखार भी आ जाता है।

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अब मुख्य रूप से बात की जाए पीठ के निचले हिस्से में दर्द की, इस अवस्था में कई लोगों को सीधे खड़े होने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। यदि मांसपेशियों में ऐंठन (muscle spasm) हो जाती है, जो ऐसी स्थिति में बहुत ज़्यादा दर्द होता है जिसके कारण चलने, उठने या घूमने में बड़ी परेशानी हो जाती है। यदि कमर में अकड़न हो, तो ऐसे में पीठ को हिलाने में या सीधी करने में भी मुश्किलें हो सकती हैं।

इस तरह की परिस्थति भी पीठ दर्द के कारणों में से एक मानी जाती है। यह वज़नदार वस्तुओं को बार-बार उठाने या फिर एकदम किसी तरह के अनचाहे मूवमेन्ट की वजह से हो सकती है। मांसपेशियों में तनाव किसी गतिविधि को बार-बार करने से भी हो सकता है। और कुछ ऐसी भी परिस्तथियां होती हैं जहां लिगामेन्ट में मोच आ जाती है या फिर यह टूट जाता है और पीठ में दर्द शुरू हो जाता है।

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