सऊदी प्रशासन का ये आदेश पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद की हिदायतों पर आधारित है। जिन्होंने कहा था कि हर इंसान चुपचाप अपने रब को पुकार रहा है, इसलिए किसी दूसरे को परेशान नहीं करना चाहिए और ना ही पाठ में या प्रार्थना में दूसरे की आवाज़ पर आवाज़ उठानी चाहिए।
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रियाद, 27 मार्च। रमजान शुरू होने से पहले ही सऊदी अरब ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर सख्त नियमावली जारी की है। अब सिर्फ अजान के समय ही मस्जिदों में लाउड स्पीकर बज सकेंगे। साथ ही उनकी आवाज लाउड स्पीकर की अधिकतम आवाज की एक तिहाई से अधिक तेज नहीं की जा सकेगी।
लोगों से मिल रहीं शिकायतों के बाद फैसला
सऊदी अरब के इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने घोषणा की है कि मस्जिदों में लाउड स्पीकर सिर्फ अजान यानी नमाज की सूचना देने के लिए ही बजाए जा सकेंगे। पिछले सप्ताह ही मंत्रालय ने मस्जिदों में रमजान के दौरान होने वाली नमाज का प्रसारण करने पर भी रोक लगाई थी। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकर की आवाज़ को अधिकतम आवाज़ के एक तिहाई से ज़्यादा नहीं होना चाहिए। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि लोगों से लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद यह फैसला किया गया है।
‘आवाज़ स्पीकर की अधिकतम आवाज़ के एक तिहाई से ज़्यादा ना हो’
मंत्रालय से कुछ अभिभावकों ने शिकायत की थी कि लाउड स्पीकर की तेज आवाज से उनके बच्चों की नींद खराब होती है। इस बाबत जारी आदेश में कहा गया है कि मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकर का इस्तेमाल सिर्फ़ धर्मावलंबियों को नमाज़ के लिए बुलाने (अज़ान के लिए) ही किया जाए और उसकी आवाज़ स्पीकर की अधिकतम आवाज़ के एक तिहाई से ज़्यादा ना हो। कहा गया है कि सऊदी प्रशासन का ये आदेश पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद की हिदायतों पर आधारित है। जिन्होंने कहा था कि हर इंसान चुपचाप अपने रब को पुकार रहा है, इसलिए किसी दूसरे को परेशान नहीं करना चाहिए और ना ही पाठ में या प्रार्थना में दूसरे की आवाज़ पर आवाज़ उठानी चाहिए।