फिरोज पप्पू को एक महीने पहले ही मारने की योजना बनाई गई थी पर नहीं मिल पाई थी सफलता।
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BalramPur Murder Case : नगर पंचायत तुलसीपुर के पूर्व नगर अध्यक्ष व सपा नेता फिरोज पप्पू हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने छठवें दिन सुलझा ली। घटना में पूर्व सांसद व सपा नेता रिजवान जहीर के नाम का खुलासा हुआ है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए पूर्व सांसद की बेटी, दामाद सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बेटी को सपा से दिलाना चाहता था टिकट
गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक फिरोज पप्पू व पूर्व सांसद रिजवान जहीर पहले सब एक साथ ही थे। फिरोज पप्पू ने रिजवान जहीर से अलग होकर अपनी अलग राजनीतिक छवि बनाई, जिसमें वह नगर पंचायत अध्यक्ष हुए। दूसरी बार उनकी पत्नी चुनाव जीती, इस दौरान फिरोज पप्पू व रिजवान जहीर दोनों अलग-अलग अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। रिजवान जहीर अपनी बेटी जेबा रिजवान को टिकट दिलाने के चक्कर में लगे थे। बेटी के टिकट की राह में फिरोज पप्पू रोड़ा बन रहे थे।
घटना को अंजाम देने के लिए रची साजिश
राजनीतिक द्वेष के चलते फिरोज पप्पू को एक महीने पहले ही मारने की योजना बनाई गई थी। फिरोज पप्पू को मारने के लिए रिजवान जहीर, जेब रिजवान, नेमत, शकील के द्वारा मेराज व महफूज को लगाया भी गया था। इस दौरान उन्होंने फिरोज पप्पू को मारने के लिए तीन बार प्रयास भी किया जिसमें वह असफल रहे। बाद में चार जनवरी को लखनऊ से वापस लौटने के बाद रिजवान जहीर के दमाद रमीज ने अपने करीबी शकील के माध्यम से इस वारदात को अंजाम देने के लिए महफूज को कोठी पर बुलाया।
महफूज जैसे ही कोठी पर आया उसी रात उससे इस घटना को अंजाम देने को कहा गया। जिसके बाद महफूज ने सपा नेता फिरोज पप्पू की उनके घर के पास ही हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार फिरोज जरवा चौराहे से अपने घर वापस लौट रहे थे तभी उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रिजवान जहीर पर 14 से अधिक मुकदमा दर्ज है। 2021 ग्राम पंचायत चुनाव में रिजवान के खिलाफ एनएसए के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है।
अपराधियों को पकड़ने के लिए बनाई गईं थी 10 टीमें
सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि सपा नेता फिरोज पप्पू के हत्या मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनकी बेटी जेबा रिजवान, दामाद नेमत सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक फिरोज पप्पू के भाई अफरोज अहमद के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच के लिए पुलिस की 10 टीमें बनायी थी।
इसमें सीसीटीवी फुटेज, जांच टीम, सर्विलांस टीम, क्रिमिनल इंटेलिजेंस कलेक्शन टीम लगी हुई थी, सीसीटीवी फुटेज टीम के द्वारा 250 से अधिक फुटेज एकत्र किए गए थे। फुटेज के आधार पर 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। जिसके बाद घटना में शामिल अपराधी मेराज व महफूज को गिरफ्तार किया गया।