Joshimath landslides:उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने जोशिमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के मामले में तेजी से एक्शन लिया है, जोशिमठ शहर के लगभग 600 परिवारों के खतरनाक हालत को देखते हुए तुरंत खाली करने का आदेश दिया है,इन 600 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए कहा गया.इसके साथ ही इमरजेंसी से निपटने के लिए हेलिकॉप्टर भी तैयार रखे गए हैं.और जोशीमठ से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए कई नई जगहों पर पुनर्वास का प्रबंध करने की तैयारियां तेज की जा रही हैं.
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Uttarakhand News: उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने जोशिमठ में लगातार हो रहे भूस्खलन के मामले में तेजी से एक्शन लिया है, जोशिमठ शहर के लगभग 600 परिवारों के खतरनाक हालत को देखते हुए तुरंत खाली करने का आदेश दिया है,इन 600 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए कहा गया.इसके साथ ही इमरजेंसी से निपटने के लिए हेलिकॉप्टर भी तैयार रखे गए हैं.और जोशीमठ से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए कई नई जगहों पर पुनर्वास का प्रबंध करने की तैयारियां तेज की जा रही हैं.
शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ शहर के हालात की समीक्षा करने के बाद मीडिया से कहा कि लोगों की जान बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है. अधिकारियों को जोशीमठ में जर्जर हो चुके घरों में रहने वाले लगभग 600 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए कहा गया है. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में स्थिति से निपटने के लिए कम और लंबे समय की योजनाओं पर भी काम चल रहा है.
धामी का शनिवार को जोशीमठ जाने और प्रभावित लोगों से मिलने और अधिकारियों के साथ बैठक करने का कार्यक्रम भी है. धामी ने कहा कि गढ़वाल के आयुक्त सुशील कुमार और सचिव (आपदा प्रबंधन) रंजीत कुमार सिन्हा विशेषज्ञों की एक टीम के साथ हालात पर लगातार नजर रखने के लिए मौके पर डेरा डाले हुए हैं. धामी ने अधिकारियों से कहा कि प्रभावित इलाके से लोगों का पुनर्वास तेजी से किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इलाज की सुविधा मौके पर उपलब्ध होनी चाहिए और लोगों को एयरलिफ्ट करने की भी व्यवस्था की जानी चाहिए.
धामी ने कहा कि एक तत्कालिक कार्य योजना के साथ-साथ एक दीर्घकालिक कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए और दोनों पर सही दिशा में काम शुरू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि डेंजर जोन, सीवर और ड्रेनेज के ट्रीटमेंट के काम में तेजी लाने के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए. धामी ने कहा कि हमारे नागरिकों का जीवन हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. जोशीमठ को सेक्टरों और जोनों में बांटा जाना चाहिए और उसके अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए. कस्बे में एक आपदा नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास के लिए पीपलकोटी, गौचर और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक स्थानों की पहचान की जानी चाहिए. धामी ने कहा कि लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाना जरूरी है. इसके लिए सेटेलाइट इमेज भी उपयोगी हो सकती हैं.