पिछले दिनों नकली सूरज बना कर चर्चा में आए चीन के वैज्ञानिकों ने अब नकली चांद बनाने में सफलता हासिल कर ली है। ये नकली चांद गुरुत्वाकर्षण पर शोध करने के लिए बनाया गया है, ताकि गुरुत्वाकर्षण को पूरी तरह खत्म कर यातायात के नए तरीके खोजे जा सकें।
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बीजिंग, 17 जनवरी। पिछले दिनों नकली सूरज बना कर चर्चा में आए चीन के वैज्ञानिकों ने अब नकली चांद बनाने में सफलता हासिल कर ली है। ये नकली चांद गुरुत्वाकर्षण पर शोध करने के लिए बनाया गया है, ताकि गुरुत्वाकर्षण को पूरी तरह खत्म कर यातायात के नए तरीके खोजे जा सकें।
चांद पर इंसानी बस्ती बनाने की परिकल्पना पर भी काम
चीन की यूनिवर्सिटी ऑफ माइनिंग एंड टेक्नोलॉजी के जियोटेक्नीकल इंजीनियर ली रुईलिन ने बताया कि इस प्रयोग में चुंबकीय शक्ति की परख की गई, ताकि भविष्य में चुंबकीय शक्ति से चलने वाले यान और यातायात के नए तरीके खोजे जा सकें। साथ ही चांद पर इंसानी बस्ती बनाने की परिकल्पना पर भी काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि अभी एक छोटा प्रयोग किया गया है। इस साल के आखिरी तक दो फीट व्यास वाला एक ताकतवर चुंबकीय शक्ति वाला वैक्यूम चेंबर बनाया जाएगा। इस चेंबर को पत्थरों और धूल से बिल्कुल उसी तरह भर दिया जाएगा, जैसी चांद पर सतह होती है। पहला प्रयोग सफल होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि अगले प्रयोग में लंबे समय तक कम गुरुत्वाकर्षण शक्ति बनाए रखने की योजना है।
एक नकली सूरज का निर्माण भी कर चुका है चीन
इससे पहले चीन एक नकली सूरज का निर्माण भी कर चुका है। इस साल की शुरुआत में उस नकली सूरज ने 17 मिनट तक असली सूरज से पांच गुना अधिक तापमान उत्पन्न किया था। चीन के पूर्वी अनहुई प्रांत में बनाया गया नकली सूरज इससे पहले मई 2021 में 101 सेकेंड तक 12 करोड़ डिग्री सेल्सियस तापमान उत्पन्न कर चुका था। इस नकली सूरज से चीन को बिजली समस्या से मुक्ति मिलने की उम्मीद है।