आपको बता दें कि भाजपा नेता मरांडी पिछले कुछ समय से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
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झारखंड में सियासी हलचल ज़ोरों पर है इसी बीच केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर शनिवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी दिल्ली पहुंचे। रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से वे झारखंड की राजनीतिक स्थितियों पर मंत्रणा कर सकते हैं। बाबू लाल मरांडी को अचानक दिल्ली बुलाये जाने से राजनितिक गलियारों में हलचल तेज़ हो गई है।
आपको बता दें कि भाजपा नेता मरांडी पिछले कुछ समय से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। हाल ही में अपने एक दौरे पर उन्होंने कहा कि, यह देश का पहला मामला है, जब एक मुख्यमंत्री ने खुद के नाम पर स्टोन माइंस आवंटित करा लिया है। उन्होंने राज्यपाल से यह मांग की कि सीएम को बर्खास्त किया जाए।
राज्य में इन दिनों इस विषय पर सियासी हलचल तेज है। आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला तेजी से चल रहा है। इस मामले में राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने भी मुख्य सचिव को पत्र भेजकर उक्त स्टोन माइंस के बारे में पूर्ण जानकारी मांगी है। इस मामले को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उठाया था। भाजपा इस मसले पर पूरी तरह से हेमंत सोरेन सहित उनके अन्य करीबी लोगों पर सवाल उठा रही है जिसमे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई भी शामिल हैं। इन सब के बीच बाबूलाल मरांडी के दिल्ली दौरे पर सबकी नज़रें टिकी हुई हैं।
शुरू हो गई भाजपा की चुनाव की तैयारी
इस पूरे विवाद पर जिन पार्टियों पर आरोप लगा है वह अपना पक्ष स्पष्ट रोप से नहीं रख पा रही हैं वहीँ भाजपा ने इस मसले को लेकर पूरी तरह से सत्ताधारी पार्टियों पर हमलावर है। जानकारों का कहना है कि इस मसले को भाजपा चुनाव मे बखूबी इस्तेमाल करेगी। वहीं भाजपा ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है शीर्ष नेताओं के मुताबिक़ भाजपा का लक्ष्य सभी गांवों के सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों को एक साथ जोड़ने का है।