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हर्निया के मरीज न घबराएं, इस तरह से है इसका इलाज

हर्निया एक सामान्य बीमारी है। जिससे पीड़ित मरीजों को चलने, दौड़ने और दूसरे कोई भी काम करने में दर्द का एहसास होता है।

By Rajni 

Updated Date

नई दिल्ली। हर्निया एक सामान्य बीमारी है। जिससे पीड़ित मरीजों को चलने, दौड़ने और दूसरे कोई भी काम करने में दर्द का एहसास होता है। ज्यादातर मामलों में ये पेट में देखने को मिलता है लेकिन ये जांघ के ऊपरी हिस्से, नाभि औऱ कमर के आसपास भी हो सकता है। अगर आप मौजूदा हर्निया की प्रगति को धीमा करना चाहते हैं तो हर्निया को समझना महत्वपूर्ण है।

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ये कमजोर मांसपेशियों या पिछली सर्जरी या नाभि से कमजोर निशान के माध्यम से पेट के ऊतकों का फैलाव है। अगर हर्निया के शुरुआती चरणों में उचित उपाय नहीं किए जाते हैं तो ये समय के साथ बढ़ता रहता है। इसलिए  हर्निया का पता चलते ही सर्जन से कंसल्ट करना और आवश्यक उपाय करना महत्वपूर्ण है। हर्निया में बेचैनी और दर्द हो सकता है लेकिन डरें नहीं।

आइए जानते हैं उनके बारे में….धूम्रपान मांसपेशियों और ऊतकों को कमजोर कर सकता है, जिससे हर्निया की स्थिति खराब होने की अधिक संभावना होती है। इससे खांसी की संभावना बढ़ सकती है, जो पेट के दबाव को और बढ़ा सकती है। डॉ ने कहा कि इंट्रा-पेट के दबाव में वृद्धि से हर्निया का आकार बढ़ जाएगा जबकि पेट के दबाव में कमी से हर्निया फैलाव की प्रगति धीमी हो जाएगी।

मोटापा ना बढ़ने दें-अतिरिक्त शरीर का वजन मांसपेशियों और ऊतकों पर अतिरिक्त तनाव डाल सकता है, जिससे स्थिति खराब खराब होने की अधिक संभावना होती हैय़ डॉ के मुताबिक “मोटापे से हर्निया भी बिगड़ जाता है क्योंकि यह पेट की चर्बी को बढ़ाता है। जिससे उस पर लगातार दबाव पड़ता है।

वजन ना उठाएं-हर्निया वाले मरीजों को भारी समान को उठाने या ज़ोरदार गतिविधियों में शामिल होने से बचना चाहिए जो प्रभावित क्षेत्र पर दबाव डालते हैं। भारी वजन उठाने या तीव्र कसरत करने से हर्निया खराब हो सकता है और जटिलताओं का कारण बन सकता है। मरीजों को कोई भी व्यायाम दिनचर्या शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए और उनकी सलाह का पालन करना चाहिए।

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गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से बचें-गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से बचें, क्योंकि गैस पेट के अंदर दबाव भी बढ़ाती है जो हर्निया के लिए अच्छा नहीं है। इतना ही नहीं, कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का इलाज करें क्योंकि यह पेट पर दबाव डाल सकता है और हर्निया को बढ़ा सकता है। मरीजों को स्वस्थ, फाइबर युक्त आहार खाना चाहिए, खूब पानी पीना चाहिए।

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