दिल्ली विधानसभा का सत्र 16 जनवरी यानी आज से शुरू हो रहा है. इस सत्र में जबरदस्त हंगामा देखने को मिल सकता है. हंगामे की वजह दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के विवाद और मेयर चुनाव सदन में मुद्दा हो सकता है.
Updated Date
Delhi Assembly Session: 16 जनवरी से दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) के तीन दिवसीय सत्र की शुरुआत होगी. हाल ही में मेयर चुनाव को लेकर हुए हंगामें और AAP सरकार की LG से चल रही टकराव का असर विधानसभा सत्र के दौरान भी देखने को मिलेगा. दिल्ली की सातवीं विधानसभा के सत्र में हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं. कोरोना के मद्देनजर विधानसभा सत्र के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है.
हंगामेदार होगा इस बार सत्र
इस बार दिल्ली विधानसभा का सत्र हालिया मेयर चुनाव विवाद और आप सरकार और एलजी के बीच जारी टकराव के चलते हंगामेदार रहने वाला है.
बता दें कि दिल्ली की सातवीं विधानसभा के चौथा सत्र तीन दिवसीय रहने वाला है, इस, बार 16 जनवरी से दिल्ली विधानसभा का सत्र शुरू होगा. सत्र 18 जनवरी तक चलेगा. अगर जरूरत पड़ी तो स्पीकर सदन की कार्यवाही को एक दो दिन के लिए बढ़ा सकते हैं.
दिल्ली सरकार और LG के बीच नया तकरार
विधानसभा सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले ही दिल्ली सरकार और LG विनय कुमार सक्सेना के बीच एक नई तकरार सामने आई है. ये तकरार मोहल्ला क्लीनिक को लेकर शुरू हुई है. दरअसल मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर्स की सैलरी रोकने के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक चिट्ठी लिखी है. मनीष सिसोदिया ने लिखा है कि MCD चुनाव से दो महीने पहले से ही मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर्स को सैलरी नहीं दी जा रही है और षड्यंत्र छुपाने के लिए अधिकारी बहाने बना रहे हैं.
BJP द्वारा सत्र को बढ़ाने की मांग
BJP द्वारा दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र को बढ़ाने और उसमें प्रश्नकाल जोड़ने की मांग की गई थी. विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष को बोलने का ना तो पूरा समय दिया जाता है और ना ही प्रश्नकाल रखा जाता है. इसके साथ ही BJP ने प्रदेश की AAP सरकार को तानाशाह बताते हुए कहा कि वो जनता के सवालों से बचना चाहती है. हालांकि जरूरत पड़ने पर सदन के स्पीकर द्वारा कार्यवाही को बढ़ाया जा सकता है.